Mukhyamantri Swayam Sahayata Bhatta Yojana: बिहार में बेरोजगारी की समस्या लंबे समय से चर्चा का विषय बनी हुई है। ऐसे में, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक ऐसा कदम उठाया है जो युवाओं के चेहरे पर मुस्कान ला सकता है। हाल ही में, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले, सीएम ने मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना (Mukhyamantri Nishchay Swayam Sahayata Bhatta Yojana) को विस्तार देते हुए बड़ा ऐलान किया।
अब राज्य के बेरोजगार ग्रेजुएट युवाओं को हर महीने 1,000 रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी। यह खबर न सिर्फ युवाओं के लिए राहत की सांस है, बल्कि राज्य सरकार की युवा-केंद्रित नीतियों का भी प्रमाण। आइए, इस योजना की बारीकियों पर नजर डालें।
माननीय मुख्यमंत्री जी ने गुरुवार को इसकी घोषणा करते हुए ” मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना” जानकारी दी है जिसमें ₹1000 हर महीने सहायता राशि मिलेगी ।

मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना 2025
मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना की शुरुआत 2016 में हुई थी, जो मूल रूप से 12वीं पास युवाओं को बेरोजगारी भत्ते के रूप में सहायता प्रदान करती थी। अब, 2025 के इस विस्तार में ग्रेजुएट युवाओं को शामिल किया गया है। योजना का मुख्य मकसद है कि बेरोजगार युवा आर्थिक तंगी से जूझे बिना नौकरी की तलाश कर सकें।
यह ऐलान 19 सितंबर 2025 को एक सरकारी बैठक में किया गया, जहां सीएम ने कहा कि यह कदम युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है। वाकई, बिहार जैसे राज्य में जहां युवा आबादी बहुत है, ऐसी योजनाएं रोजगार बाजार को मजबूत करने में मददगार साबित हो सकती हैं।
Mukhyamantri Swayam Sahayata Bhatta Yojana पात्रता मानदंड
योजना का लाभ लेने के लिए कुछ सख्त शर्तें हैं, ताकि यह सही जरूरतमंदों तक पहुंचे। यहां मुख्य पात्रता के बिंदु हैं:
पात्रता मानदंड | विवरण |
---|---|
आयु सीमा | 20 से 25 वर्ष (ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद) |
शैक्षणिक योग्यता | किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन डिग्री |
निवास | बिहार का स्थायी निवासी |
रोजगार स्थिति | बेरोजगार (न पढ़ाई, न नौकरी, न स्वरोजगार) |
अन्य | कोई अन्य सरकारी भत्ता न ले रहे हों |
अगर आप इन मानदंडों पर खरे उतरते हैं, तो यह योजना आपके लिए सुनहरा अवसर हो सकती है। हालांकि, ग्रेजुएट कैटेगरी के लिए आवेदन प्रक्रिया की विस्तृत गाइडलाइंस जल्द ही जारी होने वाली हैं।
मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना के लाभ
इस योजना के अंतर्गत कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार लाभार्थियों को मिलने वाले हैं ।
- योजना में ₹1000 की भत्ता राशि मिलेगी ।
- स्वयं सहायता भत्ता ₹1000 हर महीने मिलेगा
- स्वयं सहायता भत्ता 2 वर्ष तक मिलेगा
- वह सभी लाभार्थी जिनकी उम्र 20 से 25 वर्ष है और पढ़ाई कर रहे हैं
मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना के लिए डॉक्यूमेंट
इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ निम्नलिखित जरूरी डॉक्यूमेंट इस प्रकार हैं ।
- आधार कार्ड
- मार्कशीट
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाता
- पासपोर्ट साइज फोटो
मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना आवेदन प्रक्रिया
चिंता न करें, आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है और आसान। मौजूदा योजना के तहत यह 7निश्चय युवा उपमिशन पोर्टल पर होता है, और नई कैटेगरी के लिए भी यही प्लेटफॉर्म इस्तेमाल होगा। आवेदन की प्रक्रिया नीचे दी गई है:
- सबसे पहले छात्र को आधिकारिक वेबसाइट 7nishchay-yuvaupmission.bihar.gov.in पर जाना होगा।
- पोर्टल पर छात्र को सबसे पहले रजिस्ट्रेशन करके लॉगिन करना है ।
- रजिस्ट्रेशन के लिए अगर नया यूजर हैं, तो ‘नई आवेदन पंजीकरण’ पर क्लिक करें। नाम, ईमेल, आधार नंबर और मोबाइल भरें। OTP से वेरीफाई करें।
- इसके बाद व्यक्तिगत डिटेल्स, ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट की जानकारी और रोजगार स्थिति अपलोड करें।
- और जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, ग्रेजुएशन मार्कशीट, निवास प्रमाण पत्र और बैंक अकाउंट डिटेल्स अपलोड करें।
- फॉर्म सबमिट करने के बाद ट्रैकिंग आईडी मिलेगी। स्वीकृति पर भत्ता सीधे बैंक में आएगा।
ध्यान दें, आवेदन फ्री है और कोई मध्यस्थ की जरूरत नहीं। अगर कोई समस्या हो, तो हेल्पलाइन 1800-345-6215 पर संपर्क करें।
निष्कर्ष
बिहार में लाखों ग्रेजुएट्स नौकरी की राह ताकते हैं, लेकिन आर्थिक दबाव उन्हें मजबूर कर देता है। यह 1,000 रुपये का भत्ता न सिर्फ किताबें-कोचिंग के खर्चे निकालने में मदद करेगा, बल्कि युवाओं को आत्मविश्वास देगा।
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